मुंबई में देवेंद्र सबसे आगे, उद्धव नंबर दो क्यों?
बीएमसी चुनाव के नतीजों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस का सियासी कद बढ़ा दिया। अब महाराष्ट्र में किंग भी देवेंद्र हैं और किंगमेकर भी । बीएमसी चुनाव में शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन असली फायदा बीजेपी को हुआ। शिवसेना को 84 सीट हासिल हुई….पिछली बार उसे 75 सीट मिली थी….लेकिन बीजेपी नंबर तीन से नंबर दो की पार्टी बनी…इस बार 82 सीट जीती। एक सीट का फैसला लॉटरी से हुआ और इस लॉटरी में किस्मत ने भी भाजपा का ही साथ दिया। कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ…नंबर दो से नंबर तीन पर खिसक गई… 21 सीट गंवाकर अब सिर्फ 31 सीट हाथ में बची है। राज ठाकरे अब सिमटते जा रहे हैं। उनकी पार्टी को भी 21 सीट का नुकसाना उठाना पड़ा और नसे सिर्फ 7 सीट पर जीत पाई। शरद पवार की एनसीपी को 9 सीट मिली। शिवसेना बहुमत के 114 के आंकड़े से बहुत दूर है और
भाजपा शिवसेना का नंबर दो बनने के लिए तैयार नहीं है। मुंबई का अगला मेयर कौन होगा, इसकी जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। उद्दव ठाकरे ऐलान कर चुके हैं कि मेयर उनकी पार्टी का होगा। भाजपा ने भी पत्ते नहीं खोले हैं। सूत्रों से पता चला है कि मुंबई का मेयर इस बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस चुनेंगे। शिवसेना के पास दो ही विकल्प है, पहला वो ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले को मान ले यानि ढाई साल शिवसेना का मेयर होगा और फिर अगले ढाई साल भाजपा का मेयर होगा। दूसरा विकल्प है भाजपा दम आजमाएगी, बहुमत जुटाएगी और अपना मेयर चुनवाएगी। गौर करनेवाली बात ये है कि मेयर के चुनाव में पार्षद पार्टी लाइन से अलग जाकर अपने आत्मा की आवाज़ पर वोट दे सकते हैं। ऐसे में ये अनुमान लगाना मुश्किल नहीं की सरकार के मुखिया देवेंद्र फड़णवीस मातोश्री के मुखिया उद्दव ठाकरे से ज्यादा ताकतवर प्रतीत हो रहे हैं।